नई दिल्ली, 2 सितम्बर | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने शहर में न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के लिए जो फाइल उपराज्यपाल नजीब जंग के पास भेजी थी, उसे उन्होंने लौटा दिया है। केजरीवाल ने कहा, “ऐसे दिन जब देश में 18 करोड़ मजदूर हड़ताल पर हैं, मोदी के उपराज्यपाल ने न्यूनतम मजदूरी की फाइल वापस कर दी।”
देशभर में रेडियोलॉजिस्ट व नर्से अपना बेसिक पे बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने पिछले महीने राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम मजदूरी लगभग 50 फीसदी तक बढ़ाने की मंजूरी प्रदान की थी।
कैबिनेट की मंजूरी के बाद दिल्ली में बिना कौैशल वाले मजदूरों का न्यूनतम वेतन 9,568 रुपये से बढ़कर 14,052 रुपये प्रति महीना, जबकि अर्ध कौशल वाले मजदूरों का वेतन 10,582 रुपये से बढ़कर 15,471 रुपये तथा कौशल युक्त मजदूरों का वेतन 11,622 रुपये से बढ़कर 17,033 रुपये कर दिया गया।
कैबिनेट की मंजूरी के बाद फाइल उपराज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजी गई।
दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने इस मुद्दे पर जंग से मुलाकात भी की और कहा कि उपराज्यपाल ने कुछ त्रुटियों का हवाला देते हुए फाइल लौटा दी।
बैठक के बाद राय ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने उपराज्यपाल से आज (शुक्रवार) मुलाकात की और उन्होंने मुझसे कहा कि न्यूनतम मजदूरी की फाइल में कुछ त्रुटियां हैं, इसलिए वह इसे लौटा रहे हैं। उन्होंने उसे दोबारा भेजने की बात कही।”
उन्होंने कहा, “उपराज्यपाल राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के सरकार के फैसले से सहमत थे।”
राय ने कहा कि वह जंग को फाइल उसी दिन सौंपेंगे।
उन्होंने कहा, “इस मुद्दे पर मैंने विभाग के अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। आज (शुक्रवार) ही त्रुटियां दूर करने के बाद हम फाइल दोबारा उपराज्यपाल के पास भेजेंगे।” –आईएएनएस
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