विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. सी.पी. जोशी ने कहा कि आप द्वारा सदन में उठाए जाने वाले मुद्दे, वाद-विवाद या बहस के विषय ऎसे होने चाहिए जो राजस्थान के सभी क्षेत्रों में सामने आ रही चुनौतियों का समाधान करें।
विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से कहा कि प्रदेश की जनता अपनी अपेक्षाओं एवं आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए सदन के प्रति आशान्वित है।
यह सदन संसदीय परंपराओं के निर्वहन के साथ प्रदेश की अपेक्षाओं तथा आकांक्षाओं की पूर्ति का साधन बने, यह हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
डाॅ. जोशी ने कहा कि युवाओं के लिए तकनीक तथा नवाचारों का ध्यान रखते हुए नियम-कानून बनाएं। हर नौजवान का सपना है कि उसे रोजगार तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद बुधवार को सदन में सदस्यों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए डाॅ. जोशी ने कहा कि वर्ष 1952 से अब तक राज्य विधानसभा में कई ऎसे नियम-कानून बने जिनसे प्रदेश का विकास चरमोत्कर्ष पर पहुंचा है। इन्हीं कानूनों के माध्यम से आज किसान को अपनी जमीन का मालिकाना हक मिलने का सपना साकार हो सका है।
उन्होंने कहा कि आज नौजवानों को हमसे बहुत अपेक्षाएं हैं। हमें इस विधानसभा में सड़क, बिजली, आधारभूत सुविधाओं के विकास जैसे मुद्दों के साथ ही नौजवानों की अपेक्षाओं पर भी खरा उतरना होगा।
उन्होंने कहा कि शहरों तथा गांव के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के समान रूप से अवसर मिलने चाहिए और गांव तथा शहर के बीच के शिक्षा के अन्तर को पाटना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से कहा कि आप द्वारा सदन में उठाए जाने वाले मुद्दे, वाद-विवाद या बहस के विषय ऎसे होने चाहिए जो राजस्थान के सभी क्षेत्रों में सामने आ रही चुनौतियों का समाधान करें।
डाॅ. जोशी ने सभी विधायकों से विधानसभा की गरिमा बनाए रखने का आह्वान किया तथा कहा कि पक्ष तथा प्रतिपक्ष के सभी सदस्य विधानसभा संचालन के नियम ध्यान से पढ़ें जिससे विधानसभा के समय का बेहतर उपयोग करते हुए जनता की बात को बेहतर और प्रभावी तरीके से रख सकें।
डाॅ. जोशी ने पक्ष एवं प्रतिपक्ष के सदस्यों को आश्वस्त किया कि सभी को अपनी बात कहने का पूर्ण अवसर मिलेगा।
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