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बदला मौसम, बढ़ रहा ब्रेनस्ट्रोक, दिल के रोगों का खतरा

कानपुर, 7 दिसंबर । सर्दी के मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी तो आम बात है, लेकिन इनके अलावा ब्रेनस्ट्रोक, डाइबिटीज, हाईब्लड प्रेशर और दमा के मरीजों के लिए सर्दी और भी बड़ी मुसीबत बन सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि सर्दी के मौसम में विशेष सावधानी की जरूरत है। सर्दी शुरू होते ही ही शहर के अस्पतालों में ब्रेन स्ट्रोक, दमा, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की भीड़ लग रही है। वहीं दिल के मरीजों में 25 फीसदी इजाफा हुआ है।

चिकित्सकों की मानें तो सर्दी में स्वस्थ बने रहने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि सर्दी में होने वाली बीमारियों के लगातार बढ़ने और पनपने का खतरा बना रहता है। ऐसे में जरूरी है सही समय पर सही इलाज। सर्दी के मौसम में शरीर को जितना ढककर चलेंगे, उतना ही आप बिमारियों से दूर रहेंगे।

सर्दी में होने वाली बीमारियां :

इस मौसम में लकवे की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि सर्दी में खून की नलियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे खून का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में लकवे का खतरा बढ़ जाता है।

इससे बचने के लिए समय-समय ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहना जरूरी है । दमा के मरीजों को भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। ठंड के चलते दमा के मरीजों में दौरे पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे मरीज अपनी दवाएं और इन्हेलर हमेशा अपने साथ रखें। ठंड के चलते धमनी सिकुड़ने से हार्ट अटैक का भी खतरा बना रहता है।

रखे विशेष ध्यान :

हृदय रोग विशेषज्ञ सर्जन डॉ. राकेश वर्मा ने बताया दिल और रक्तचाप के मरीज सुबह एकदम से ठंड में बाहर न जाएं। बिस्तर से उठने से पहले गर्म कपड़े पहनें और थोड़ा व्यायाम करते हुए उठें। सर्दी के मौसम में सिर, हाथ पैर को पूरी तरह से ढक कर चलें, ताकि सर्द हवाएं आपके शरीर के भीतर न जा सकें।  –आईएएनएस/आईपीएन

(फाइल फोटो)