ओंकारेश्वर 03 जुलाई (जनसमा)। नर्मदा कछार में रविवार का किये गए वृहद वृक्षारोपण के महा अभियान के तहत खण्डवा जिले के प्रसिद्ध तीर्थ ओंकारेश्वर में स्थित ओंकार पर्वत पर माँ आनंदमयी आश्रम परिसर में नवग्रहों के प्रतीक पौधों का रोपण कर ओंकार पर्वत को हरियाली चूनर ओढ़ाई गई।
हाल ही में पेरिस में दुनिया भर के राजनेताओं के सम्मेलन में बताया गया कि वर्ष 2050 तक धरती का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ जायेगा। इससे गर्मी तो बढ़ेगी ही, साथ ही पर्वतों के ग्लेशियर पिघलने से समुद्र का जल-स्तर बढ़ जायेगा। कई द्वीप व टापू समुद्र में डूब जायेंगे। इससे वर्षा भी अनियमित होगी। इसलिए यह जरूरी है कि धरती का तापमान न बढ़े।
वृहद वृक्षारोपण के महा अभियान में भागीदारी करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने घोषणा की कि अगले वर्ष भी पौध रोपण महाअभियान चलाया जायेगा। आज रोपे गए पौधों के संरक्षण और देखभाल के लिए पौध रक्षकों की व्यवस्था की जायेगी। आज लगभग 36 हजार पौधों का रोपण किया गया।
फोटो साभार: जिला खण्डवा मध्यप्रदेश सरकार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित जन-समुदाय से कहा कि पौधे लगाकर हम धरती के पर्यावरण को ही नहीं बल्कि दुनिया और मानव मात्र को बचाने का भी प्रयास कर रहे है। दुनिया के अन्य देशों के साथ ही भारत ने भी यह संकल्प लिया है कि धरती का तापमान नहीं बढ़ने देंगे और तापमान कम करने के लिए पेड़ लगाना जरूरी है। मध्यप्रदेश ने आज के दिन करोड़ों की संख्या में पेड़ लगाकर धरती और दुनिया को बचाने के भारत के संकल्प को पूरा करने में महती योगदान दिया है।
नर्मदा , सतपुड़ा और विध्यांचल पर्वत के जंगलों के पेड़ों की जड़ों द्वारा वर्षा के दौरान अवशोषित जल को बूँद-बूँद कर छोड़ने से बनी धारा के रूप में बहती है। नर्मदा की धारा सतत अविरल बहती रहे, इसलिए ‘नमामि देवि नर्मदे”-सेवा यात्रा के दौरान यह संकल्प लिया था कि नर्मदा के दोनों तट पर व्यापक वृक्षारोपण किया जाये। करोड़ों की संख्या में नर्मदा बेसिन में पौधों को रोप कर प्रदेश सरकार के संकल्प को पूरा करने में अपना योगदान दिया।
Follow @JansamacharNews