भारत एवं चीन India and China ने कृषि उत्पादों से संबंधी व्यापार मुद्दों पर बातचीत करने के लिए गुरूवार को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हो गई।
वाणिज्य सचिव अनूप वधावन और चीन के सामान्य सीमा शुल्क प्रशासन (जीएसीसी) के उप मंत्री ली गुओ ने कृषि उत्पादों की मंजूरी के लिए लंबित मामलों पर कुछ निर्णय लिए।
बैठक की समाप्ति पर भारत से चीन को मिर्च आहार (चिली मील) के निर्यात के लिए एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए।
भारत एवं चीन India and China ने एक दूसरे की चिंताओं को ध्यान में रखा और बाजार पहुंच से जुड़े मुद्दों को जल्द सुलझाने पर सहमति जताई।
भारत चाहता है कि चीन के बाजार में पहुंच बढ़ाई जाए ताकि भारत और चीन के बीच व्यापार घाटा trade deficit कम हो सके।
भारत एवं चीन India and China का माना है कि ज्यादा संतुलित व्यापार को बढ़ावा देकर दोनों के ही राजनेताओं के विजन को साकार किया जा सके।
कृषि जिंसों के लिए भारत और चीन India and China के बीच प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर
क्र.सं. | जिंस | हस्ताक्षर करने का वर्ष | टिप्पणी |
1. | आम | 2003 | – |
2. | करेला | 11 अप्रैल, 2005 | – |
3. | अंगूर | 11 अप्रैल, 2005 | – |
4. | रेपसीड मील | 15 मई, 2015 | अंतत: वर्ष 2018 में सहमति हुई |
5. | बासमती चावल
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21 नवंबर, 2006
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केवल बासमती चावल के लिए प्रथम प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए थे। |
6. | बासमती चावल
और गैर- बासमती चावल |
9 जून, 2018 | दोनों ही किस्मों के लिए |
7. | मत्स्य-आहार/मत्स्य तेल | 28 नवंबर, 2018 | चीन को मत्स्य-आहार/मत्स्य तेल के निर्यात हेतु स्वच्छता और निरीक्षण आवश्यकताओं के लिए प्रोटोकॉल |
8. | तम्बाकू के पत्ते | 21 जनवरी, 2019 | 14.01.2008 को प्रथम प्रोटोकॉल पर 4 वर्षों के लिए हस्ताक्षर किए गए थे। 21 जनवरी, 2019 को इसका नवीकरण किया गया था। |
9. | मिर्च आहार (चिली मील) | 9 मई, 2019 | चीन को भारतीय मिर्च आहार के निर्यात के लिए एसपीएस प्रोटोकॉल। |
{स्रोत: कृषि सहयोग विभाग/निर्यात निरीक्षण परिषद (ईआईसी)}
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