बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य में प्रचण्ड चक्रवात ‘तितली’ गुरूवार सुबह ओडिशा में गोपालपुर के पास पहुंच गया।
अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘तितली’ पर विशाखापत्तनम, गोपालपुर और पारादीप में लगाए गए मौसम रडार के जरिए करीबी नजर रखी जा रही है ।
ओडिशा तट के इस इलाके में 120 किमी प्रति घंटे की गति के साथ तेज हवाएं चल रही हैं ।
अधिकृत जानकारी के अनुसार ओडिशा के तटीय इलाकों में आपदा राहत और आकस्मिक सेवाओं के लिए इण्डियन कोस्ट गार्ड पूरी तरह चौकस है।
ओडिशा के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है क्योंकि चक्रवात का असर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
गोपालपुर क्षेत्र में कई पेड़ और बिजली के खंभे तेज हवाओं के कार ण जमीन से उखड़ गये हैं। अभी तक जन हानि की जानकारी नहीं मिली है।
मंगलवार को दस्तक देने के बाद चक्रवाती तूफान ‘तितली’ पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर अग्रसर हो गया और 10 अक्टूबर, 2018 को इसने तड़के प्रचंड रूप धारण कर लिया तथा दोपहर में यह और भी ज्यादा विकराल हो गया।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अगले 12 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान ‘तितली’ और भी ज्यादा विकराल रूप धारण कर सकता है।
गुरूवार सवेरे के समाचारों के अनुसार चक्रवाती तूफान ‘तितली’ के उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर अग्रसर होने और 11 अक्टूबर को प्रात: गोपालपुर एवं कलिंगपतनम के बीच ओडिशा एवं निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटों को पार कर जाने की संभावना है।
तूफ़ान के ख़तरे को देखते हुए ओडिशा और आंध्रप्रदेश सरकार ख़ास एहतियात बरत रही है। ओडिशा में चार ज़िलों के स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हालात के मद्देनजर गंजम, पुरी, खुर्दा, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों के कलेक्टरों से तटीय क्षेत्र में निचले इलाकों में रह रहे लोगों से तुरंत घर खाली कराने के लिए कहा है।
इसके बाद चक्रवाती तूफान ‘तितली’ के फिर से उत्तर-पश्चिम की ओर अग्रसर हो जाने और फिर ओडिशा के पार पश्चिम बंगाल में गंगा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों की तरफ चले जाने तथा इसके बाद धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाने की संभावना है।
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