दिल्ली आदि महोत्सव (Delhi Adi Mahotsav) में 27 राज्यों से आमंत्रित एक हजार से अधिक जनजातीय शिल्पकार और कलाकार हिस्सा लेंगे।
दिल्ली आदि महोत्सव (Adi Mahotsav) 16 से 30 नवम्बर, 2019 के बीच दिल्ली-हाट, आईएनए में आयोजित होगा।
दिल्ली आदि महोत्सव (Adi Mahotsav) का उद्घाटन गृह मंत्री अमित शाह और कार्यक्रम की अध्यक्षता जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा करेंगे। जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह सरूता विशिष्ट अतिथि होंगी।
ट्राइफेड के महानिदेशक प्रवीण कृष्ण ने सोमवार को नई दिल्ली में एक प्रेस-वार्ता में इसकी जानकारी दी।
दिल्ली आदि महोत्सव (Adi Mahotsav) की विषय-वस्तु ‘जनजातीय शिल्प, संस्कृति और व्यापार का भाव-उत्सव’ है, जिसमें जनजातीय जीवन की झांकी प्रदर्शित होगी।
दिल्ली आदि महोत्सव (Adi Mahotsav) में 200 स्टॉलों के जरिये जनजातीय हस्तशिल्प, कला, चित्रकारी, वस्त्र, आभूषण इत्यादि की प्रदर्शनी लगाई जायेगी और उन्हें बिक्री के लिए पेश किया जायेगा।
दिल्ली आदि महोत्सव (Adi Mahotsav) देश के 20 राज्यों की संस्कृति तथा जनजातीय रिवाजों, उत्सवों, मार्शल-ऑर्ट आदि का प्रदर्शन किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा वित्त-वर्ष के दौरान ऐसे 26 उत्सवों की योजना तैयार की गई है।
इनमें से आठ उत्सव शिमला, ऊटी, लेह-लद्दाख, विशाखापत्तनम, नोएडा, इंदौर, पुणे और भुवनेश्वर में आयोजित हो चुके हैं। इनमें लगभग 900 जनजातीय शिल्पकारों ने हिस्सा लिया और 5 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री हुई।
जनजातीय कार्य मंत्रालय के ट्राइफेड संगठन ने ‘आदि महोत्सव-राष्ट्रीय जनजातीय उत्सव’ के आयोजन की एक नई अवधारणा शुरू की है, ताकि महानगरों तथा राज्यों की राजधानियों के बाजारों तक जनजातीय उस्ताद शिल्पकारों और महिलाओं की सीधी पहुंच हो सकें।
उल्लेखनीय है कि हथकरघा और हस्तशिल्प के अलावा ट्राइफेड प्रधानमंत्री वन-धन योजना के जरिये वन्य उत्पादों के प्रसंस्करण तथा मूल्यसंवर्धन को प्रोत्साहन देता है।
Follow @JansamacharNews