मुंबई, 3 अगस्त | लोकप्रिय गायक नीति मोहन, शेखर रावजियानी और शान का कहना है कि किशोर कुमार सबकी प्रेरणा हैं और हम भारतीय सिनेमा के दिग्गज के 87वें जन्मदिन पर गुरुवार को उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। किशोर कुमार के बचपन का नाम आभास कुमार गांगुली था। उन्होंने 1946 की फिल्म ‘शिकारी’ के साथ अभिनय क्षेत्र में कदम रखा था।
वहीं वर्ष 1948 में, संगीत निर्देशक खेमचंद प्रकाश कुमार ने फिल्म ‘जिद्दी’ से उन्हें ‘मरने की दुआएं क्या मांगू’ गाने का मौका दिया।
उन्होंने ‘माना जनाब ने पुकारा नहीं’, ‘ये जो मोहब्बत है’, ‘ओ हंसिनी मेरी हंसिनी’, ‘रूप तेरा मस्ताना’, ‘एक लड़की भीगी भीगी सी’, ‘हाल कैसा है जनाब का’, ‘नीले नीले अंबर पर’ और ‘ऐसे न मुझे तुम देखो’ जैसे खूबरसूरत नगमे गाए।
किशोर का निधन 58 की उम्र में 1987 को हुआ।
नीति मोहन ने बताया, “बच्चों के साथ किशोरजी के गीत साझा करना अद्भुत होगा, क्योंकि आज उनके गीत गाना न केवल जरूरी है, बल्कि हमेशा उन्हें क्लासिक गीतों के लिए याद किया जाएगा। उनके गीत अंताक्षरी खेलने के लिए एक खुशी का अनुभव देते हैं।”
शान ने बताया कि वह किशोर कुमार के गीत सुनकर बड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा, “वह युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो संगीत उद्योग में अपना करियर बनाना चाहते हैं।”
वहीं शेखर रावजियानी ने कहा, “किशोर जी दिग्गज हैं और हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। उनके गीत आज की पीढ़ी भी गाती है और आने वाली पीढ़ी भी गाती रहेगी।”
‘द वॉयस इंडिया किड्स’ का प्रसारण टेलीविजन चैनल एंडटीवी पर होगा। –आईएएनएस
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