रांची, 11 मई (जनसमा)। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इस वर्ष 2.22 लाख आवास बनाये जा रहे हैं, जो अगले छह माह में पूरे हो जाएंगे। झारखंड स्थापना दिवस के दौरान गृह प्रवेश सप्ताह मनाया जायेगा। इसमें सभी 2.22 लाख परिवारों को अपना घर मिलेगा। उन्होंने कहा कि आवास बनाने के क्रम में गांव के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इस लिए युवाओं को मेशन, प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 15 दिन के कोर्स से वे रोजगार के लिए तैयार हो जाएंगे। दास नामकुम प्रखंड में आयोजित पंचायत स्वयंसेवक सशक्तिकरण कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत स्वयंसेवकों के ऊपर गांव के विकास का बड़ा दायित्व है। उनके द्वारा किये गए सर्वे से गांव की असल तसवीर सामने आ रही है। गांवों में बेघर, अनाथ, विधवा की गिनती कर ली गयी है। अब उनके कल्याण हेतु योजनाएं तैयार की जायेंगी। मसलन राज्य में 18 हजार अनाथ बच्चे हैं। राज्य सरकार उनकी अभिभावक बनेगी। 15 साल के छोटे बच्चों को आवासीय विद्यालय में पढ़ाया जाएगा। वहीं 15 साल से बड़े बच्चों के लिए रांची व गुमला में दो आवासीय स्कूल बनाए जा रहे हैं। यहां इन बच्चों का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा।
दास ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि गांव के लोगों को ब्लॉक कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े। इसके लिए पंचायत सचिवालय की मदद ली जा रही है। गांव के लोगों को आय, जाति, आवासीय प्रमाण पत्र पंचायत स्वयंसेवक ही बनवाकर लाएंगे। इसके लिए उन्हें फार्म उपलब्ध कराया जा रहा है। 15 मई से इसकी शुरुआत होगी। राज्य में विधवा महिलाओं को अब 600 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। बेघर विधवा महिलाओं को डॉ भीमराव अंबेडकर योजना के तहत आवास उपलब्ध कराये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को एल0इ0डी0 बल्ब, ट्यूबलाइट और पंखे के लिए प्रेरित करें। इससे उनका बिजली का बिल आधा हो जायेगा। बिजली विभाग गांव में किस्त में ये चीजें उपलब्ध करायेगा। हर वर्ष सरकार को 20 लाख कंबल की जरूरत होती है। इस दीपावली के पहले राज्य में कंबल फैक्टरी शुरू हो जायेगी। यहां सखी मंडल की महिलाओं को प्रशिक्षित कर काम से जोड़ा जायेगा। एक-एक महिला एक माह में 9-10 हजार रुपये कमा सकेगी।
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