कोलकाता, 26 मई (जनसमा)। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती गंगा सागर से गंगोत्री तक लगभग ढ़ाई हजार किलोमीटर की 15 दिनों की यात्रा करके नमामि गंगे परियोजना के तहत किये जारहे कामों का निरीक्षण करेंगी। सुश्री भारती नदी, सड़क, रेल, हवाई और पैदल मार्ग से इस यात्रा को पूरा करेंगी।
गंगा निरीक्षण अभियान के पहले चरण में उन्होंने शुक्रवार को कोलकाता के निकट बैरकपुर स्थित केंद्रीय अंतर्देशीय मत्स्य पालन अनुसंधान संस्थान का दौरा किया। इस संस्थान में गंगा में मत्स्य पालन को लेकर विशेष अनुसंधान होता है।
सुश्री भारती अपनी यात्रा के दौरान काकद्वीप, गंगासागर, कपिलमुनि आश्रम, नबद्वीप, मुर्शीदाबाद, फरक्का, सुल्तानगंज(भागलपुर), मुंगेर, पटना, आरा, बक्सर, वाराणसी, इलाहाबाद, श्रृंगवेरपुर, फतेहपुर,कानपुर, फतेहगढ़, कासगंज, नरोरा, भृगुआश्रम, ब्रजघाट, विदुरकुटी, हरिद्वार, उत्तर काशी होते हुए गंगोत्री तक जाएंगी।
अपनी इस यात्रा के दौरान वे कोसीपुर घाट,कपिलमुनि आश्रम (गंगासागर), गांधीघाट (बैरकपुर), डायमंडहार्बर, हुगली, नबद्वीप, मुर्शीदाबाद, सुल्तानगंज(भागलपुर), मुंगेर,आरा, बक्सर, श्रृंगवेरपुर, इलाहाबाद, फतेहगढ़, कासगंज, भृगुआश्रम, विदुर कुटी और गंगोत्री में आयोजित गंगा चौपाल में भी भाग लेंगी।
गंगा चौपाल में नमामि गंगा परियोजना से जुड़े विभिन्न हितधारकों के साथ नमामि गंगे परियोजना को सफल बनाने के उपायों पर चर्चा करेंगी। इनमें सरकारी, गैर – सरकारी संगठन, स्वयं सेवी संस्थाएं और स्थानीय निवासी शामिल होंगे।
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