संप्रग के कार्यकाल में घोटाले चरम पर रहे : जेटली

नई दिल्ली, 13 दिसम्बर | केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को नोटबंदी को ‘सबसे बड़ा घोटाला’ करार देने के लिए कांग्रेस की कड़ी आलोचना की। उन्होंने यह कहते हुए पार्टी का माखौल उड़ाया कि भ्रष्टाचार संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में बढ़ा और 2014 तक लगातार करीब एक दशक के शासनकाल में भी कांग्रेस के नेतृत्व वाले संप्रग सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम नहीं उठाया।

जेटली ने कहा, “कांग्रेस के दो शासनकाल की दो अनोखी विशेषताएं रहीं। इसमें कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया और यूपीए कार्यकाल के दौरान घोटाले चरम पर रहे।”

जेटली ने यहां संवादताओं से कहा, “यह आश्चर्यजनक नहीं लग रहा कि राजग सरकार के कालेधन के खिलाफ अभियान से कांग्रेस असहज है।”

जेटली ने विपक्षी दलों से कालेधन के खिलाफ अभियान में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने दलों को संसद में इस मुद्दे पर चर्चा का भरोसा भी दिया।

जेटली ने कहा, “मेरा विपक्ष के दोस्तों से आग्रह है कि हम इस मामले पर संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं, कृपया नारे लगाना छोड़कर इस अभियान में शामिल हों।”

इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा था कि नोटबंदी साल का सबसे बड़ा घोटाला है। उन्होंने कुछ लोगों द्वारा 2,000 रुपये के नए नोटों के बंडलों की व्यवस्था कर लेने के मामले की जांच की मांग करते हुए कहा कि आम लोगों को 2000 रुपये का एक भी नया नोट मिलने में भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं। –आईएएनएस