नई दिल्ली, 1 फरवरी | केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली बुधवार को वित्त वर्ष 2017-18 का आम बजट पेश कर रहे हैं। इसके प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं : – नोटबंदी का असर अगले वर्ष तक नहीं रहने की उम्मीद।
– वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), नोटबंदी, जनधन-आधार-मोबाइल (जेएएम) का लोगों के जीवन पर प्रभावशाली असर होगा।
– नोटबंदी का उद्देश्य देश की जीडीपी को बढ़ाना है।
– महात्मा गांधी के वक्तव्य ‘सही दिशा में उठाया गया कदम कभी विफल नहीं होता’, को याद किया।
– मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में तीन प्रमुख चुनौतियां : अमेरिकी फेडरल रिजर्व का मौद्रिक रुख, कमोडिटीज विशेष रूप से कच्चे तेल की कीमत और वैश्वीकरण के खिलाफ दुनियाभर में उभरता जनमत।
– हम स्वविवेक से निर्देशित प्रशासन से नीति आधारित प्रशासन की ओर बढ़ चुके हैं।
– हमारी सरकार अपार जनआकांक्षाओं के बीच चुनी गई।
– जीएसटी सहित सभी मुद्दों का समाधान बातचीत के जरिये किए जाने की उम्मीद।
– हम अनौपचारिक से औपचारिक अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं और सरकार पर जनता के धन के संरक्षक के तौर पर भरोसा बढ़ा है। –आईएएनएस
(टेलीविजन फोटो)
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