केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो Delhi Metro के चौथे चरण की परियोजना को मंजूरी दी है।
इन तीनों कॉरिडोर के पूरा होने के बाद दिल्ली मेट्रो Delhi Metro की कुल नेटवर्क लम्बाई 400 किलोमीटर के आंकड़े को पार कर जाएगी।
इसमें 3 कॉरिडोर होंगे। इन तीनों कॉरिडोर की लम्बाई 61.679 किलोमीटर है। कुल 61.679 किलोमीटर में 22.359 किलोमीटर परियोजना भूमिगत और 39.320 किलोमीटर परियोजना का एलिवेटिड खंड के रूप में निर्माण किया जाएगा।
इन Delhi Metro कॉरिडोर में 46 स्टेशन होंगे। इनमें 17 स्टेशन भूमिगत और शेष 29 स्टेशन एलिवेटिड होंगे।
तीनों मेट्रो कॉरिडोर की कुल लागत 24,948.65 करोड़ रुपये होगी।
यह परियोजना दिल्ली मेट्रो Delhi Metro रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) तथा भारत सरकार के विशेष उद्देश्य वाहन (एसपीवी) और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (जीएनसीटीडी) की मौजूदा 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी से लागू की जाएगी।
कनेक्टिविटी की मुख्य विशेषताएं :
- एयरो सिटी से तुगलकाबाद – 15 स्टेशन (एयरोसिटी, महिपालपुर, वसंत कुंज सेक्टर डी, मसूदपुर, किशनगढ़, महरोली, लाडोसराय, साकेत, साकेत जी ब्लॉक, अम्बेडकर नगर, खानपुर तिगड़ी, आनंदमयी मार्ग जंक्शन, तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी, तुगलकाबाद)
- आर के आश्रम से जनकपुरी वेस्ट – 25 स्टेशन (आर के आश्रम, मोतिया खान, सदर बाजार, पुलबंगश, घंटाघर/सब्जी मंडी, राजपुरा, डेरावाल नगर, अशोक विहार, आजादपुर, मुकुंदपुर, भलस्वा, मुकरबा चौक, बादली मोड, नॉर्थ पीतमपुरा, प्रशांत विहार, मधुबन चौक, दीपाली चौक, पुष्पांजलि एंक्लेव, वेस्ट एंक्लेव, मंगोलपुरी, पीरागढ़ी चौक, पश्चिम विहार, मीरा बाग, केशव पुर, कृष्ण पार्क एक्सटेंशन, जनकपुरी वेस्ट)
- मौजपुर से मुकुंदपुर – 6 स्टेशन (यमुना विहार, भजनपुरा, खजूरी खास, सूर घाट, जगतपुर गांव, बुराड़ी)
तीनों कॉरिडोर में भूमिगत (22.359 किलोमीटर) और एलिवेटिड (39.320 किलोमीटर) दोनों खंड शामिल हैं।
प्रभाव :
चौथे चरण के ये कॉरिडोर मेट्रो नेटवर्क की कवरेज का विस्तार करेंगे जिससे राष्ट्रीय राजधानी के अधिक क्षेत्र आपस में जुड़ेंगे।
इन कॉरिडोर के पूरा होने के बाद मेट्रो के यात्रियों को अधिक इंटरचेंज स्टेशन उपलब्ध होंगे। जिससे नए कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो Delhi Metro की मौजूदा लाइनों के साथ जुड़ जायेंगे।
कनेक्टिविटी में सुधार से यात्रियों को मार्गों के अधिक से अधिक उपयोग द्वारा यात्रा के अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे।
इन 3 नए कॉरिडोर के माध्यम से 61.679 किलोमीटर अतिरिक्त नेटवर्क बढ़ने से सड़कों पर भीड़ कम होगी और मोटर वाहनों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी।
तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर से हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी में और सुधार आयेगा।
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