केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने उत्तराखण्ड को ‘हरबल स्टेट’ घोषित करने की मांग की है।
यह मांग करते हुए केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने देहरादून में सोमवार को कहा कि उत्तराखण्ड में अनमोल एवं दुर्लभ जड़ी-बूटियों के भण्डार हैं ।
(जनसमाचार का सवाल: मंत्री जी ने बहुत अच्छी बात कही है। किन्तु वह यह भी बताएं कि यह निर्णय कौन लेगा? क्या जनता के पास यह अधिकार है? मेरी समझ में नहीं है। यह अधिकार तो केन्द्र या राज्य सरकार के पास है।)
चौबे ने कहा कि यहां की जड़ी-बूटियों की पहचान हो, उनकी पैकेजिंग हो और निर्यात हो, इसके लिए यह नितान्त आवश्यक है कि उत्तराखण्ड को ‘हरबल स्टेट’ घोषित किया जाए ।
उत्तराखण्ड में स्वास्थ्य देख-रेख और चिकित्सा के क्षेत्र में अनंत संभवनाएं हैं ।
विपुल प्राकृतिक सम्पदा के अलावा यहां 485 एकड़ जमीन को चिकित्सा जड़ी-बूटी क्षेत्र बनाया गया है जिसके लिए केन्द्र सरकार ने 386 लाख रूपये की सहायता राशि दी है । इसके अलावा 330 लाख रूपये भारत सरकार द्वारा चिकित्सा जन्य जड़ी-बूटियों के संरक्षण और विकास के लिए दिये गये हैं ।
भारत सरकार ने हल्द्वानी में एक 50 विस्तर के आयुष अस्पताल और हरिद्वार में एक यूनानी कॉलेज खेलने की स्वीकृति राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दी है ।
इसके लिए प्रथम सहायता किस्त निर्गत हो चुकी है और शेष राशि भी निर्गत होगी जैसे ही राज्य सरकार इसकी मांग रखेगी ।
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