लखनऊ, 5 मार्च । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में भी राजनीतिक दलों का आपराधिक, दागी और करोड़पति उम्मीदवारों के प्रति मोह कम होता नहीं दिखा। सातवें चरण में जहां 115 यानी 22 प्रतिशत प्रत्याशी दागी और आपराधिक छवि वाले हैं। वहीं 535 में से 132 यानी 25 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं।
यह लेखा-जोखा एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) व इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट में सामने आया है। आठ मार्च को होने वाले सातवें चरण में सात जिलों की 40 सीटों पर चुनाव होना है। इस सीटों पर कुल 535 उम्मीदवार खड़े हैं।
इलेक्शन वॉच के उप्र समन्वयक संजय सिंह ने बताया कि चुनावी मैदान में उतरे 536 उम्मीदवारों में से 528 प्रत्याशियों के शपथ पत्र का विश्लेषण कर एडीआर ने रिपोर्ट तैयार की है। ये उम्मीदवार 87 राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जिनमें 6 राष्ट्रीय दल, 4 क्षेत्रीय दल, 77 गैर मान्यता प्राप्त दल और 136 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।
इन प्रत्याशियों में से 115 यानी 22 प्रतिशत प्रत्याशी दागी और आपराधिक छवि वाले हैं। जिसमें से 95 (18 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाआंे के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धित अपराध शामिल हैं। 9 उम्मीदवारों पर हत्या (आईपीसी-302) से संबंधित मामले दर्ज हैं। 15 उम्मीदवारों पर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से संबंधित मामले और 6 उम्मीदवारों पर महिलाओं के ऊपर अत्याचार करने के मामले दर्ज हैं। इसके अलावा पांच उम्मीदवारों पर अपहरण से संबंधित मामले दर्ज हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के 31 में से 13 (42 प्रतिशत) उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले है। बसपा के 40 में से 17 (43 प्रतिशत), रालोद 21 में से 4 (19 प्रतिशत),सपा के 31 में से 19 (61 प्रतिशत), सीपीआई के 14 में से 1 (7 प्रतिशत), कांग्रेस के 9 में से 5 (56 प्रतिशत) और 136 में से 22 (16 प्रतिशत) निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामलें घोषित किए हैं।
एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि सातवें चरण में 535 में से 528 उम्मीदवारों के किए गए विश्लेषण के मुताबिक 132 यानी 25 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं।
करोड़पति उम्मीदवारों को लेकर बसपा टॉप पर है। बसपा के 80 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं। यानी 40 में से 32 प्रत्याशी करोड़पति हैं। वहीं भाजपा के 31 में से 21 यानी 74 फीसदी प्रत्याशियों के पास करोड़ों की संपत्ति है। सपा से 31 में से 21 (68) प्रत्याशी तो कांग्रेस के 09 में 07 यानी 78 फीसदी प्रत्याशियों के पास करोड़ों की सम्पत्ति है।
संजय सिंह ने बताया कि बसपा के प्रत्याशियों के पास औसत सम्पत्ति 7.20 करोड़ है। वहीं भाजपा के प्रत्याशियों की औसत सम्पत्ति 5.63 करोड़, सपा के प्रत्याशियों की 3.74 करोड़ रुपये है। तीन अन्य दलों व निर्दल प्रत्याशियों ने अपनी सम्पत्ति शून्य घोषित की है। वहीं 28 फीसदी उम्मीदवारों ने पैन विवरण घोषित नहीं किया है। वहीं 22 ऐसे प्रत्याशी हैं जिनकी सम्पत्ति तो 1 करोड़ से ऊपर हैं लेकिन वे आयकर रिटर्न नहीं भरते। सातवें चरण में जौनपुर की मड़ियाहूं सीट के बसपा प्रत्याशी भोलेनाथ 51 करोड़ की सम्पत्ति के साथ टॉप पर हैं। लेकिन उन पर 15 करोड़ का कर्जा भी है।
इस चरण में 45 ऐसे प्रत्याशी हैं जिनकी सम्पत्ति 5 करोड़ से ज्यादा है। वहीं 38 ऐसे हैं जिनकी सम्पत्ति 2 से 5 करोड़ के बीच है। 83 ऐसे प्रत्याशी हैं जिनकी सम्पत्ति 50 लाख से 2 करोड़ के बीच है। 152 प्रत्याशियों की सम्पत्ति 10 से 50 लाख के बीच है। वहीं सबसे ज्यादा 209 प्रत्याशियों की सम्पत्ति 10 लाख से कम है।(आईएएनएस/आईपीएन)
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