लखनऊ, 18 फरवरी | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान रविवार को होना है। इस चरण में मतदान उन क्षेत्रों में होना है, जिन्हें सपा का गढ़ माना जाता है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूरी ताकत झोंक दी है।
इन इलाकों में सपा के कद्दावर नेता शिवपाल यादव की भी पैठ मानी जाती है। इन सबके बीच हालांकि कांग्रेस, भाजपा और बसपा की स्थिति यहां पिछले चुनाव में काफी खस्ता रही थी। इस लिहाज से विपक्षी दलों के पास खोने के लिए कुछ नहीं है।
तीसरे चरण में 12 जिलों की जिन 69 सीटों पर 19 फरवरी को मतदान होने हैं, उनके लिए प्रचार शुक्रवार शाम पांच बजे थम गए।
तीसरे चरण में फरूखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर जिलों की 69 सीटों पर 19 फरवरी को मतदान होने हैं।
यह चरण इसलिए अहम है, क्योंकि इसमें सपा के गढ़ इटावा, मैनपुरी, कन्नौज, बाराबंकी तथा फरूखाबाद में मतदान होंगे। इस चरण में कुल 826 प्रत्याशी मैदान में हैं और करीब दो करोड़ 41 लाख मतदाता हैं। इस चरण के लिए कुल 25 हजार 603 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इटावा सीट पर सर्वाधिक 21 प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि बाराबंकी की हैदरगढ़ सीट पर सबसे कम तीन उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस चरण में शिवपाल सिंह यादव, मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव और रीता बहुगुणा जोशी, अखिलेश के चचेरे भाई अनुराग यादव, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप, राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई, राज्यमंत्री राजीव कुमार सिंह, राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल, बसपा छोड़कर भाजपा में गए बृजेश पाठक और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा ने इन 69 सीटों में से 55 सीटें जीती थीं। वहीं बसपा को छह और भाजपा को पांच सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में दो सीटें गई थीं और एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी को हासिल हुई थी।
भाजपा के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने आईएएनएस से कहा, “पार्टी इस बार सपा के गढ़ में भी कमल खिलाने में कामयाब होगी। सपा की अंदरूनी कलह और अखिलेश सरकार की नाकामी से वहां की जनता काफी परेशान है और वह परिवर्तन चाहती है।”
बसपा के एक नेता ने कहा, “पिछले चुनाव में हालांकि इन इलाकों में पार्टी का बेहतर प्रदर्शन नहीं रहा था। लेकिन इस बार यहां भी बसपा को अच्छी-खासी सीटें मिलेंगी। अखिलेश को तो शिवपाल खेमे के लोग ही सपा के गढ़ में निपटाने के मूड में हैं।”
इस बीच हालांकि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने तीसरे चरण में इटावा की जसवंतनगर सीट से पार्टी उम्मीदवार अपने भाई शिवपाल यादव तथा लखनऊ छावनी सीट से सपा प्रत्याशी अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित किया है। इन दो सीटों के अलावा वह कहीं भी प्रचार के लिए नहीं गए हैं।
सपा प्रवक्ता डॉ. सी.पी. राय ने आईएएनएस से कहा, “अखिलेश सरकार के कायरें की बदौलत सपा इस बार पिछली बार से भी बेहतर प्रदर्शन करेगी। जो लोग यह कह रह हैं कि यहां सपा दो खेमों में बंटी है, वे लोग गलतफहमी में हैं। उनकी यह गलतफहमी नतीजे आने के बाद दूर हो जाएगी। उप्र में सपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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