लखनऊ, 28 नवंबर | नोटबंदी के खिलाफ वाम दलों व अन्य कुछ पार्टियों के आह्वान पर सोमवार को आयोजित बंद का असर उत्तर प्रदेश में कुछ खास नहीं दिखा। राज्य के अलीगढ़, बाराबंकी, सुल्तानपुर, मुरादाबाद, गोंडा, फतेहपुर, चित्रकूट आदि शहरों में दुकानें पहले की ही तरह खुली रहीं। हालांकि, कई जगहों पर विपक्षी पर्टियों ने नोटबंदी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को दिल्ली में नोटबंदी के मुद्दे पर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि बसपा भारत बंद में शामिल नहीं है, लेकिन पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ है। भारत बंद पर मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने तो पहले से ही भारत बंद कर रखा है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के खिलाफ लखनऊ में ‘जन आक्रोश’ रैली निकाली। रैली में कार्यकर्ता अपने-अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर ‘मां-बहनों की सुन पुकार, हिन्दुस्तान करे हाहाकार’ जैसे नारे लिखे हुए थे।
कांग्रेस ने हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा से शहीद स्मारक तक विरोध मार्च निकाला। लेकिन इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर शामिल नहीं हो पाए। राजबब्बर के नहीं पहुंचने पर राष्ट्रीय सचिव अविनाश पाण्डेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला।
लखनऊ के व्यापारियों ने भारत बंद से खुद को अलग रखते हुए सोमवार को पहले की तुलना में दो घंटे देर से दुकानें बंद करने का फैसला किया है।
इलाहाबाद में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी नोटबंदी के फैसले का विरोध किया। उन्होंने पीएम मोदी का पुतला फूंका। सुबह में समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के खिलाफ रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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