नई दिल्ली, 03 फरवरी। अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया जाएगा।
देश के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने एक्स पोस्ट के जरिए इस बारे में घोषणा की है।
मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी से भी बात की और उन्हें यह सम्मान मिलने पर बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया;
I am very happy to share that Shri LK Advani Ji will be conferred the Bharat Ratna. I also spoke to him and congratulated him on being conferred this honour. One of the most respected statesmen of our times, his contribution to the development of India is monumental. His is a… pic.twitter.com/Ya78qjJbPK
— Narendra Modi (@narendramodi) February 3, 2024
“मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने भी उनसे बात की और भारत रत्न से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। अपने समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक श्री लालकृष्ण आडवाणी का भारत के विकास में योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उप-प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनका संसदीय योगदान हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरा रहा है।”
“आडवाणी जी की सार्वजनिक जीवन में दशकों पुरानी सेवा को पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता द्वारा चिह्नित किया गया है, जिसने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है।’ मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले।
96 वर्षीय आडवाणी ने इस संबंध में एक बयान जारी कर कहा कि वह पूरी विनम्रता और कृतज्ञता के साथ इस सम्मान को स्वीकार करेंगे।
आडवाणी ने कहा, “जब मैं 14 साल की उम्र में एक स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुआ, मेरी एक ही इच्छा थी – जीवन में जो भी कार्य मुझे सौंपा जाए, उसके लिए खुद को समर्पित करके अपने प्यारे देश की सेवा करना। जिस आदर्श वाक्य ने मेरे जीवन को प्रेरित किया है वह है “इदं न मम” ─ “यह जीवन मेरा नहीं है। मेरा जीवन मेरे राष्ट्र के लिए है।”
देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के साथ लंबे समय तक काम किया है।
उन्होंने कहा, “मैं अपनी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और अन्य लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं जिनके साथ मुझे सार्वजनिक जीवन में अपनी यात्रा के दौरान काम करने का सौभाग्य मिला है।”
आडवाणी ने कहा, “मैं अपने परिवार के सभी सदस्यों, विशेषकर मेरी प्रिय दिवंगत पत्नी कमला के प्रति भी अपनी गहरी भावनाएं व्यक्त करता हूं। वह मेरे जीवन में शक्ति और स्थिरता का सबसे बड़ा स्रोत रही हैं।”
उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद दिया और प्रार्थना की, “हमारा महान देश महानता और गौरव की ऊंचाइयों पर प्रगति करे।”
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