शिमला ग्रामीण क्षेत्र में चार वर्षों में हुआ अभूतपूर्व विकास : वीरभद्र

शिमला, 13 अप्रैल (जनसमा)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में गत चार वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र में सड़क, पेयजल व सिंचाई योजनाएं, राजस्व, स्वास्थ्य तथा शैक्षणिक संस्थानों सहित अनेक विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है।

मुख्यमंत्री गुरूवार को शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अपनेएक दिवसीय प्रवास के दौरान अनेक विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन तथा लोकार्पण के पश्चात् कोहबाग में जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि 105 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली महत्वपूर्ण सैंज नाला-गडोह-घंडाल-बसंतपुर पेयजल आपूर्ति योजना का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है तथा इस विधानसभा क्षेत्र की 41 ग्राम पंचायतों के लोगों को लाभान्वित करने के लिए शीघ्र ही लोकार्पित की जाएगी।

उन्होंने कहा कि बसंतपुर में पॉलीटैक्निक कालेज खोलने के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है तथा लोहारब में ललित कला कालेज के भवन का निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गत चार वर्षों में विधानसभा क्षेत्र में 9 नए राजकीय बरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाएं, 9 राजकीय उच्च पाठशालाएं, 11 राजकीय माध्यमिक पाठशालाएं तथा 8 राजकीय प्राथमिक पाठशालाएं खोली गई। इसके अतिरिक्त, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शोघी को मॉडल स्कूल बनाया गया। उन्होंने कहा कि सोलह मील में राजकीय महाविद्यालय तथा सुन्नी में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला गया। इसके अतिरिक्त, लोगों की आवश्यकताओं के अनुरूप विभिन्न स्थानों पर अनेक स्वास्थ्य संस्थान खोले गए।

मुख्यमंत्री ने अपनी आर्थिकी में बड़े स्तर पर सुधार के लिए लोगों से गैर-मौसमी सब्जी उत्पादन को अपनाने को कहा, जिसके लिए राज्य सरकार किसानों व बागवानों को सिंचाई सुविधाएं प्रदान कर रही है।

वीरभद्र ने कहा कि शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए तथा उनके कार्य सुगमता से पूरे करने के लिए हलोग-धामी में मिनी सविचालय, हलोग तथा धामी में उप-तहसीलें, सुन्नी में पुलिस थाना तथा जलोग में पुलिस पोस्ट भी खोली गई है। उन्होंने कहा कि घणाहट्टी में पशु चिकित्सालय प्रशिक्षण केन्द्र, टुटू में सब्जी मण्डी खोली गई। टुटू के लिए मल निकासी योजना तैयार की गई है, जिसके लिए जेएनयूआरएम के अन्तर्गत 19 करोड़ जारी किए गए हैं।