वाराणसी में दशाश्वमेघ घाट के निकट गंगा किनारे स्थित ‘मान महल’ में नवस्थापित आभासी प्रायोगिक संग्रहालय Virtual Experiential Museum का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को किया।
वर्चुअल एक्सपीेरिएनशियल म्युजियम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीनस्थ केंद्र द्वारा संरक्षित स्मारक है।
Virtual Experiential Museum आभासी प्रायोगिक संग्रहालय की स्थापना भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन काम कर रही राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद एनसीएसएम ने की है।
एनसीएसएम ने इस संग्रहालय में अत्याधुनिक एवं उत्कृष्ट वर्चुअल रियल्टी टेक्नोलॉजी के उपयोग के जरिए वाराणसी के विभिन्न मूर्त एवं अमूर्त सांस्कृतिक पहलुओं की झलक दिखाने के लिए अथक प्रयास किए हैं।
Virtual Experiential Museum देखने वालों को अनूठा अनुभव होगा, जहां वे वाराणसी के पवित्र घाटों, शास्त्रीय संगीत, साड़ी की बुनाई, रामलीला, स्मारकों, पान की दुकानों इत्यादि का थ्री डी दर्शन रोचक ढंग से कर्व्ड टीवी स्क्रीन, पेंटिंग, टच स्क्रीन, प्रोजेक्टर इत्यादि की मदद से कर सकेंगे।
स्मारक के साथ इस संग्रहालय के लिए प्रवेश शुल्क भारत और सार्क एवं बिम्सटेक देशों के आगंतुकों के लिए 25 रुपये है, जबकि अन्य विदेशी आगंतुकों से 300 रुपये लिए जाएंगे। 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इसमें प्रवेश निरूशुल्क है।
Virtual Experiential Museum सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक खुला रहेगा।
Follow @JansamacharNews