मास्को, 07 मई। व्लादिमीर पुतिन ने पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, जो उनके कार्यकाल में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रपति मानक, रूसी संविधान और राष्ट्रपति बैज को ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस के सेंट एंड्रयू हॉल में लाए जाने के साथ हुई।
रूसी संविधान के अनुच्छेद 82 के अनुसार संवैधानिक न्यायालय के अध्यक्ष वालेरी ज़ोर्किन ने आधिकारिक तौर पर व्लादिमीर पुतिन को रूसी संघ का नया राष्ट्रपति घोषित किया।
पुतिन 1999 से सत्ता में हैं और उन्होंने मॉस्को के ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस में शपथ ली है। यह वह स्थान है जहां रूस के ज़ार परिवार के तीन राजाओं (अलेक्जेंडर द्वितीय, अलेक्जेंडर तृतीय और निकोलस द्वितीय) का राज्याभिषेक हुआ था। पुतिन ने पहली बार 2000 में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। इसके बाद वह 2004, 2012 और 2018 में भी राष्ट्रपति बन चुके हैं।
विपक्ष को कुचलने और पश्चिम के साथ तनाव बढ़ाने के आरोपों के बावजूद पुतिन लगातार रूस में अपनी शक्ति मजबूत कर रहे हैं।
यूक्रेन पर 2022 में हमले के बाद से सत्ता पर उनकी पकड़ मजबूत हुई है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप रूस को पश्चिमी प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ रहा है, जिससे रूसी अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ा है।
पुतिन ने इसके मद्देनज़र भारत और चीन को पेट्रोलियम निर्यात बढ़ाने के लिए पूर्वी देशों का रुख किया है।
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