नई दिल्ली, 13 मई (जनसमा)। निर्वाचन आयोग ने कहा है कि वह भविष्य में सभी चुनावों में वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) से जुड़ी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) का प्रयोग करेगा, जिससे उम्मीदवार के वोट की पुष्टि हो सके।
शुक्रवार को चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम ज़ैदी ने यह जानकारी दी। यह बैठक ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की विश्वसनीयता और चुनाव सुधार से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। इस बैठक में 07 राष्ट्रीय और 35 राज्य दलों दलों ने भाग लिया।
जैदी ने कहा कि इसके इस्तेमाल से पूर्ण विश्वसनीयता और पारदर्शिता तय होगी। उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को जानकारी दी कि चुनाव आयोग राजनैतिक दलों को चुनौती देगा तथा उन्हें इसका मौका भी देगा कि वे हाल में ही संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में प्रयोग की गयी ईवीएम मशीनों के साथ हुई छेडछाड़ का सबूत दें कि ईवीएम मशीनों के साथ निर्धारित तकनीकी एवं प्रशासनिक सुरक्षा उपायों के तहत भी गड़बडी की जा सकती है।
अपने उद्घाटन भाषण में मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ नसीम जैदी ने सभी राजनीतिक दलों के योगदान को रेखांकित किया और कहा कि प्रणालीगत सुधार और प्रगतिशील उपायों का उद्देश्य चुनावी प्रक्रियाओं और प्रणालियों में सुधार लाना है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने हाल ही में भिंड और धौलपुर में संपन्न हुए उप चुनावों में कथित तौर पर ईवीएम में हेरफेर की घटनाओं के बारे में कुछ राजनैतिक दलों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए इन्हें बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया।
आयोग ने ईवीएम और वीवीपैट की छेडछाड़ के खिलाफ तकनीकी, प्रशासनिक और प्रक्रियात्मक प्रोटोकॉल के बारे में मजबूत सुरक्षा की व्यापक रेंज पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा आयोग उन सझावों का स्वागत करता है कि कैसे ईवीएम की विश्वसनीयता में और सुधार किया जा सकता है।
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