लेह, 06 अप्रैल। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के जलवायु कार्यकर्ता और शिक्षाविद सोनम वांगचुक ने आज माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर एक वक्तव्य में कहा कि ऐसा लगा रहा है कि लेह को युद्ध क्षेत्र में तब्दील किया जा रहा है। सरकार ओवर रियेक्ट कर रही है।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख प्रशासन ने 5 अप्रैल 2024 से लेह ज़िले में धारा 144 लगा दी । लद्दाख में सोनम वांगचुक के नेतृत्व में चल रहे शान्तिपूर्ण आंदोलन का आज 32 वां दिन है। 7 अप्रैल को सोनम वांगचुक लदाख के चांगथांग क्षेत्र में बॉर्डर मार्च निकलने वाले थे। उन्होंने मार्च स्थगित कर दिया।
उन्होंने कहा कि अनुपातहीन बल, बैरिकेड्स, स्मोक ग्रेनेड के साथ शांतिपूर्ण युवा नेताओं, यहां तक कि गायकों को भी गिरफ़्तार करने की कोशिशें जारी हैं।
वांगचुक का आरोप है कि ऐसा लगता है कि वे सबसे शांतिपूर्ण आंदोलन को हिंसक बनाना चाहते हैं और फिर लद्दाखियों को राष्ट्र-विरोधी करार देना चाहते हैं।
उनका कहना है क़ि सरकार केवल अपने वोटों और खनन लॉबी पर लद्दाख के प्रभाव के बारे में चिंतित दिखती है… न कि यहां के लोगों के बारे में और न ही राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में।
वांगचुक ने इससे पहले 27 मार्च को अपने 21 दिवसीय उपवास के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पुनः अपील करते हुए कहा था कि क्षेत्र की विशेष स्थिति को देखते हुए लद्दाख़ को राज्य का दर्जा दिया जाए।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख प्रशासन ने 5 अप्रैल 2024 से लेह शहर में धारा 144 लगा दी है और नागरिकों से कहा है कि
1. जिला मजिस्ट्रेट, लेह की लिखित पूर्वानुमति के बिना किसी के द्वारा कोई जुलूस, रैली,मार्च आदि नहीं निकाला जाएगा।
2. सक्षम प्राधिकारी की पूर्वानुमति के बिना कोई भी वाहन या अन्य लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं करेगा।
3. सक्षम प्राधिकारी की पूर्वानुमति के बिना किसी भी सार्वजनिक सभा की अनुमति नहीं दी जाएगी।
4. कोई भी ऐसा बयान नहीं देगा, जिससे सांप्रदायिक सद्भाव, सार्वजनिक शांति भंग होने की संभावना हो और जिससे जिले में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो।
5. सभी व्यक्ति यह सुनिश्चित करेंगे कि वे आदर्श आचरण का पालन करें और सभी गतिविधियाँ कानून के अनुसार हों।
Follow @JansamacharNewsLEH IS BEING TURNED INTO A WAR ZONE
with disproportionate force, barricades, smoke grenades.
Attempts to arrest peaceful youth leaders even singers continue. Seems they want to turn a most peaceful movement violent & then brand Ladakhis as anti-nationals.
Govt seems worried… pic.twitter.com/851iI8ZWHY— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) April 6, 2024