खंडवा, 16 दिसंबर| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां के हनुवंतिया में गुरुवार को द्वितीय जल-महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह (हनुवंतिया) उनका स्वयं का ‘क्रिएशन’ और ‘ब्रेन चाइल्ड’ है। इससे उनका मोह जुड़ा है। शासन के पूरे प्रयास होंगे कि हनुवंतिया अंतर्राष्ट्रीय नक्शे पर आए। चौहान ने कहा कि हनुवंतिया क्षेत्र में जल पर्यटन के विकास के लिए एक व्यापक मास्टर प्लान बनाया जाएगा, जिसमें ओंकारेश्वर सहित धाराजी आदि को शामिल किया जाएगा। इसे ‘मध्यद्वीप’ नाम दिया जाएगा।
उन्होंने हाउसबोट का जिक्र करते हुए कहा, “मध्यप्रदेश में हाउस बोट चलने की परिकल्पना आज साकार रूप ले रही है। अब सैलानी यहां रात में भी पानी में सैर कर सकेंगे और ठहर सकेंगे। यहां का शांत वातावरण हरेक व्यक्ति को सुखद अनुभूति देता है।”
हनुवंतिया का उल्लेख करते हुए चौहान ने कहा, “यहां महिंद्रा हॉलिडे होम जैसी कंपनी हमारे साथ सहभागी के रूप में भूमिका निभाने जा रही है। हनुवंतिया के मास्टर प्लान से पूरा इलाका और यहां तक कि वन क्षेत्र भी पर्यटन की ²ष्टि से विकसित होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा।”
हनुवंतिया टापू विकसित किए जाने के पीछे की कहानी का ब्यौरा देते हुए चौहान ने कहा कि उन्होंने अपने सिंगापुर प्रवास के दौरान सेंटोसा में इसी तरह जल-पर्यटन का केंद्र देखा था, तभी से उन्होंने एक सपना देखा था जो हनुवंतिया के जरिए पूरा हो रहा है। सेंटोसा से ज्यादा सौंदर्य हनुवंतिया में बिखरा पड़ा है। लगभग 950 वर्ग किलोमीटर में इसका फैलाव है।
पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पटवा ने कहा कि हनुवंतिया के साथ अब गांधी सागर, बाण सागर, तवा आदि स्थानों पर भी जल-पर्यटन का विकास होगा। राज्य सरकार ने नई पर्यटन नीति निवेशकों के अनुकूल तैयार कर घोषित की है। प्रदेश में 300 मार्ग सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे, जिनमें से 57 का निर्माण हो चुका है।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक ने बताया कि इस साल जल-महोत्सव में हमारे देश के साथ लगभग 40 से अधिक देश के पर्यटकों के आने की संभावना है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री चौहान सहित अतिथियों ने दीप जलाकर द्वितीय जल-महोत्सव का शुभारंभ किया और निमाड़ी लोक कलाकारों ने गणगौर नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। –आईएएनएस
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