नई दिल्ली, 15 दिसम्बर | केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने गुरुवार को कहा कि सरकार अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले पर संसद में चर्चा करना चाहती है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, “हम इस गंभीर ‘डायरी बम’ पर चर्चा करना चाहते हैं जो आज (गुरुवार) समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई है।”
उन्होंने कहा, “ये बहुत ही गंभीर आरोप हैं। हमें सच्चाई की तह तक जाना है।”
उन्होंने कहा, “हमें इस मुद्दे पर सदन में चर्चा करनी चाहिए क्योंकि यह हाल के वर्षो में रक्षा सौदों से जुड़ा सबसे बड़ा घोटाला है जो संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में हुआ है।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने कहा कि रिपोर्ट कहती है कि वायुसेना अधिकारियों को 60 लाख यूरो, नौकरशाहों को 84 लाख यूरो और नेताओं को 1.6 करोड़ यूरो की घूस दी गई।
आज (गुरुवार) एक समाचार पत्र में छपा है अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में 3,600 करोड़ रुपये की घूस दी गई थी।
नायडू ने यह भी आरोप लगाया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार ने सच्चाई को छिपाने का हरसंभव प्रयास किया।
नायडू ने कहा, “यूपीए ने सच्चाई को बाहर आने से रोका, लेकिन अब सरकार बदल चुकी है और इस मामले की जांच शुरू की गई है। अब देश को यह बताया जाएगा कि इसके पीछे कौन हैं।”
नायडू ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “यह बहुत ही चौंकाने वाला है कि जो लोग पिछले कई वर्षो से कई घोटालों में शामिल रहे वे बिना किसी आधार के सरकार पर उंगली उठा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप भद्दे हैं और यदि इनके पास कोई जानकारी है तो इन्हें बेहिचक सार्वजनिक करना चाहिए और फिर इस पर सरकार जवाब देगी।
नायडू ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी चुटकी ली। राहुल ने बुधवार को कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करना चाहते हैं लेकिन इस बात से डरी हुई सरकार उन्हें संसद में नहीं बोलने दे रही है।
इस पर नायडू ने कहा, “आरोप लगाओ और भाग जाओ की रणनीति काम नहीं करेगी। इन्होंने ये पहले भी किया है। इन्होंने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की छवि धूमिल करने की कोशिश की थी।”
नायडू ने कहा, “इन्होंने कई और नाम भी घसीटे हैं और अब ये गृहराज्यमंत्री किरण रिजिजू का नाम घसीट रहे हैं। रिजिजू का मामले में दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है।”
उन्होंने कहा, “इन लोगों के मुताबिक, सब कांट्रैक्टर के साथ काम कर रहे और उन्हें सामान मुहैया करा रहे कुछ स्थानीय लोग अपने बकाया की मांग कर रहे थे जो लंबे समय से अटका पड़ा था और रिजिजू ने इनके पत्र को आगे भेजा है।”
नायडू ने कांग्रेस को पहले अगस्तावेस्टलैंड सौदे पर स्पष्टीकरण देने की मांग की।
नायडू ने कहा, “मेरी उनसे सलाह है कि पहले अगस्ता सौदे से निपटिए, इन आरोपों का जवाब दीजिए और फिर अन्य मुद्दों पर चर्चा कीजिए। सरकार को इससे कोई आपत्ति नहीं है।”
नायडू ने संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं पर भी आरोप लगाते हुए कहा, “ये लोग पिछले 16 से 17 दिनों तक संसद में कामकाज नहीं होने दे रहे हैं।”
नायडू ने कहा, “पिछले कुछ दिनों से ये लोग संसद आते हैं और कहते हैं कि इन्हें कुछ बताना है। इन्हें कुछ बताने से किसने रोका है? फिर इतने दिन से आप चुप क्यों थे? आप क्या कर रहे थे?” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
Follow @JansamacharNews