Gems & Jewellery

भारत और चीन के बीच जेम्स एण्ड ज्वैलरी के क्षेत्र में व्यापार की व्यापक संभावनाएं

V K Mishra

इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर के कार्यकारी उपाध्यक्ष वी के मिश्रा

इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर के कार्यकारी उपाध्यक्ष वी के मिश्रा  ने कहा है कि भारत और चीन के बीच जेम्स एण्ड ज्वैलरी (Gems & Jewellery) के क्षेत्र में व्यापार की व्यापक संभावनाएं हैं। वर्तमान में भारत और चीन का व्यापार निरंतर बढ़ रहा है और भारतीय व्यापारी जवाहरात के क्षेत्र में चीन में अपनी जगह बना सकते हैं।

मिश्रा इंडिया चाइना ट्रेड सेंटर, ग्वांगडोंग फैशन ज्वैलरी एंड एक्सेसरीज एसोसिएशन और काको स्मार्ट के साथ नई दिल्ली के ली मेरिडियन होटल में 11 नवंबर 2019 को ‘भारत-चीन रत्न और आभूषण (India–China Gems & Jewellery ) बी 2 बी मैचमेकिंग’ (B2B Matchmaking) कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे थे।

बी 2 बी मैचमेकिंग’ कार्यक्रम का आयोजन डायमंड, गोल्ड, सिल्वर और इमिटेशन ज्वैलरी (Jewellery ) के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने, व्यापार के लिए आपसी समझ विकसित करने और सहयोग के लिए किया गया था जिसमें 100़ से अधिक भारतीय और चीनी उद्यमियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (Gems & Jewellery Export Promotion Council ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार अग्रवाल, भारतीय निर्यात संगठनों के प्रतिनिधि और इमिटेशन आभूषण (Jewellery) संघ के सदस्यों ने भी भाग लिया।

मिश्रा ने चीन के उद्यमियों  का स्वाागत करते हुए कहा कि यह उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था में देशों की कुल विदेशी मुद्रा भंडार में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत सरकार ने स्वचालित मार्ग के तहत क्षेत्र में सौ प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है और इससे बड़े चीनी उद्यमियों को भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए शानदार अवसर है। भारतीय फैशन ज्वैलरी बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है और 2017-2022 के दौरान लगभग 23.5ः की सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है।

इस कार्यक्रम में चीन की  तेरह कंपनियों ने जिनमें जवाहरात (Jewellery) की पैकेजिंग की कंपनियां भी शामिल थीं, भारतीय व्यापारियों से विचार-विमर्श किया और व्यापार की संभावनाएं तलाश कीं।

मिश्रा ने कहा कि चीन का ज्वैलरी मार्केट (Jewellery Market) बहुत बड़ा है और भारतीय व्यापारियों को वहां का बिजनेस कल्चर समझना होगा तभी वह चीन के साथ अपने व्यापार को दो तरफा बढ़ा सकेंगे वहीं चीन को भी भारतीय संस्कृति और जवाहरात के व्यापार के बारे में गहराई से समझ को विकसित करना होगा।

उन्होंने कहा कि यह बी-टू-बी कार्यक्रम भविष्य की संभावनाएं तलाशने के लिए लिए शुरूआत है। व्यापार के क्षेत्र में यह कहा जाता है कि जब तक जवाहरात का व्यवसाय दो देशों के बीच शुरू नहीं होता तब तक वास्तविक बिजनेस नहीं माना जाना।

ग्वांगडोंग फैशन ज्वैलरी (Fashion Jewellery) एंड एसेसरीज एसोसिएशन (Guangdong Fashion Jewellery and Accessories Association) के अध्यक्ष पैन ज़ुपिंग(Pan Xuping)  ने कहा कि रत्न और आभूषण क्षेत्र में चीनी और भारतीय उद्यम के बीच सहयोग के व्यापक अवसर हैं, विशेष रूप से डिजाइनिंगए प्रौद्योगिकीए उपकरण,  पैकेजिंग और आयात और निर्यात में भी।

बी-टू-बी कार्यक्रम में चीन की कंपनी जूपिंग के प्रतिनिधि ने के दौरान ‘जनसमाचार’ से बातचीत करते हुए कहा कि 6 हजार कामगारों वाली उनकी कंपनी प्रतिवर्ष 10 लाख से ज्यादा जवाहरात (Jewellery)  के आईटम बनाती है। इनमें परम्परागत चाईनीज जवाहरात के आईटम भी होते हैं।

उन्होंने बताया कि अधिकतर डिजाईन चीन की जीवनशैली, पशु-पक्षियों, पौधों और धार्मिक आस्थाओं पर बनाए जाते हैं।

जूपिंग के प्रतिनिधि ने कहा कि वह दो तरह से जवाहरात तैयार करते हैं जिनमें एक हैंडीक्राफ्ट्स होते हैं और दूसरे मशीनी होते हैं।

पैन ज़ुपिंग कहा कि 20 साल पहले स्थापित यह कंपनी इस समय दुनिया के 100 देशो में अपने उत्पादों का निर्यात करती है।

उन्होंने यह भी बताया कि खरीददार ऐतिहासिक और बुद्ध से संबंधित डिजाईनों को भी पसंद करते हैं। उन्होंने भारतीय व्यापारियों के साथ व्यापार करने की इच्छा भी जाहिर की।

 

Jewelry

Diamond Jewellery Exhibition by Rorale Affaire

हीरों के आभूषण (Diamond Jewellery) बनाने वाली  भारतीय कंपनी राॅयली अफेयर्स (Royale Affaire) ने अपने हीरों के गहनों की एक छोटी प्रदर्शनी भी लगाई। इशिता और नमन जैन (Naman Jain) द्वारा संचालित इस कंपनी ने अपनी प्रदर्शनी में अनेक प्रकार के डिजाइनों को प्रस्तुत किया उनमें गले के हार, ब्रेस्लेटस, कान व उंगनियों में पहनने के गहने शामिल थे।

भारतीय और चीनी जवाहरात के व्यापारियों ने इशिता जैन (Ishita Jain) की डिजाईनों को न केवल खरीदा बल्कि उन्हें पसंद भी किया।

पांच साल पहले शुरू की गई राॅयली अफेयर्स कंपनी के हीरों के आभूषण  (Jewellery) महंगे दामों वाले हैं और इन उत्पादों को उच्च वर्ग लिए ही इशीता ए जैन ने डिजाईन किया है।

यह कंपनी भी चीन में अपना व्यापार बढ़ाने के लिए उत्सुक है।

नमन जैन ने बताया कि  आभूषणों की डिजाईनों में भारतीय और पाश्चात्य दोनों के समिश्रण को प्रस्तुत कर रहे हैं जिससे न केवल उच्च वर्ग की मांग को पूरा किया जा सके बल्कि उन्हें कंपनी द्वारा तैयार नये-नये डिजाईनों की ओर भी आकर्षित किया जा सके।

आईसीटीसी के प्रतिनिधि किशोर कुमार ने कहा कि भारत और चीन के व्यापारियों के बीच हुआ यह बी-टू-बी आयोजन एक सफल आयोजन था जिसमें काफी संभावाएं समाने आई।