लंदन, 04 जनवरी (जस)। विश्व में 2016 में परमाणु ऊर्जा के उत्पादन में मामूली बढ़ोतरी हुई। सन् 2015 केे मुकाबले 2016 में 8 नये परमाणु संयंत्रों ने काम करना शुरू किया जिनकी कुल क्षमता 391.4 जीडब्लूई है। सन् 2015 में दुनिया में 439 रियेक्टर काम कर रहे थे जिनकी क्षमता 382.2 जीडब्लूई थी।
फाइल फोटो : कुडनकुलम न्यूक्लिअर पावर प्लांट। (आईएएनएस)
आंकड़े बताते हैं कि ग्लोबल न्यूक्लियर उत्पादन क्षमता 2016 में थोड़ी ही बढ़ी। वर्ल्ड न्यूक्लियर एसोसिएशन के अनुसार 2016 में जहां 3 बड़े परमाण संयंत्रों ने काम करना शुरू किया वहीं 3 परमाणु संयंत्र सदा के लिए बंद कर दिए गए।
पिछले साल 10 नए परमाणु संयंत्र काम करने के लिए उत्पादन के लिए तैयार हुए जिनकी क्षमता 9579 मेगावाट एनर्जी है। इनमें से निगड़े 4, होंगीनहये 4, चांगजीयान 2, फेंगचेंगगेंग 2 और फुकिंग 3, यह सभी चीन में हैं।
दक्षिण कोरिया के शिंगकोरी संयंत्र ने भी अपनी तीसरी यूनिट को ग्रिड के साथ जोड़ा है। भारत का कुडनकुलम 2, पाकिस्तान का चश्मा 3, रूस का नोवोवोरोनेझ 6 और अमरीका का वाट्स 2 भी तैयार हैं।
वर्ल्ड न्यूक्लियर एसोसिएशन का मानना है कि परमाणु बिजली के उत्पादन से भविष्य में एक-दूसरे देश में समरसता बढ़ेगी और लो-कार्बन जेनरेशन टेक्नोलाॅजी का विकास हो सकेगा तथा वातावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सकेगा।
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